नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के हिसाब ये अबतक का सबसे अधिक मौत का आंकड़ा है. इस मसले पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आजतक से बताया, 'दिल्ली में 10 मई रात 12 बजे से 11 मई रात 12 बजे तक कोरोना के 406 मामले सामने आए हैं. अबतक कोरोना के कुल 7639 मामले हो गए हैं. 24 घंटे में 383 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं और अबतक कुल 2512 मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं. इसके अलावा 11 मई को 13 मौत रिपोर्ट हुई हैं, अब दिल्ली में कुल मौत का आंकड़ा 86 हो गया है.'
दिल्ली में कोरोना वायरस से मौत की संख्या पर राजनीतिक विवाद के बीच केजरीवाल सरकार ने अस्पतालों से डेथ समरी देने के लिये कहा था. अस्पतालों ने डेथ समरी भेजनी शुरू कर दी है, जिसके बाद अचानक मौत के आंकड़े में उछाल देखा गया है. दिल्ली में कोरोना से 13 मौत के नये मामले सामने आये हैं, जिससे कुल संख्या बढ़कर 86 पहुंच गई है.
यानी एक दिन में इतनी मौत दिल्ली के लिये सबसे बड़ा आंकड़ा है. मौत के आंकड़े में ये इजाफा अस्पतालों द्वारा डेथ समरी भेजे जाने के बाद हुआ है. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि ये मौत सिर्फ एक दिन की नहीं हैं.
सत्येंद्र जैन ने कहा, 'सोमवार को 13 मौत रिपोर्ट हुई हैं. हमने सभी अस्पतालों को मेल लिखा था, जो डेथ समरी नहीं भेज रहे थे. तो ये मौत कल की नहीं हैं बल्कि पिछले कुछ दिनों में हुई मौत का आंकड़ा है. अब अस्पतालों ने डेथ समरी भेजना शुरू कर दिया है. अगले 2 या 3 दिन में डेथ समरी को स्कैन करके बता दिया जायेगा.'
साथ ही सत्येंद्र जैन ने ये भी बताया कि अस्पतालों में ओवर वर्क है, बहुत ज्यादा प्रेशर है, ऐसे में अस्पताल सिर्फ मौत का नंबर भेज रहे थे लेकिन मौत के मामले में डेथ समरी जरूरी होती है. केंद्र सरकार ने डेथ समरी को लेकर डिटेल आदेश भी जारी किए हैं. मौत की वजह जानने के लिए डेथ समरी जरूरी होती है.
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना से मौत की संख्या को लेकर पिछले दिन से विवाद चल रहा है. विपक्षी दल बीजेपी दावा कर रही है कि दिल्ली में कोरोना से ज्यादा मौत हुई हैं, सरकार आंकड़े छिपा रही है. यहां तक एमसीडी की तरफ से भी मौत का आंकड़ा सरकार के आंकड़ों से काफी ज्यादा बताया गया है. ऐसे में डेथ समरी आने के बाद अचानक एक दिन के अंदर 13 मौत के मामले इस विवाद को और हवा दे सकते हैं.